26 जनवरी पर भाषण Republic Day Hindi speech ||Creative writer amarjeet||
हमारा देश सोने की चिड़िया वाला देश था। और हमारे देश के लोगों का सोच भी सोने जैसा ही था।
अंगरेजो के आने से पहले हमारा देश के लोग बहुत सीधा,प्यारा, हेल्प nature के सोच वाले इंसान थे, उस वक्त हमारे देश में संविधान नहीं था फिर भी हमारे देश के लोगो सोच बहुत ही अच्छा था-
कभी सोने की चिड़िया वाला देश था हमारा।
दुसरो को हेल्प करना, karaymtyab था हमारा।
नफरत शब्द क्या होता है, देश के dicstionary में नही था हमारा।
प्यार और शांति से मिलकर रहना, kartav था हमारा।
अंग्रेज अपने कपटी दिमाग का यूज करके हमे आपस में लड़ाकर और एक दिन हमारे देश के लोगो को अपना गुलाम बना लिए। क्योंकि हमारे अंडर यूनिटी नही था-
देश की भी हालत , थी वह मजबूरी।
अपनो ही घरो में छिपकर, रहना था मजबूरी।
देश के बहादुर दिलाई थी आज़ादी।
अब देश को चलाना , है वह भी मजबूरी।
कौन किसका सुनेगा, यह भी हैं मजबूरी।
सोचा कुछ महान लोगो ने, बनाते हैं संविधान
चलाएंगे हम देश को नय तरीके से और बनाएंगे देश को महान।
जाति वाद सब भूलकर, हम बनाएंगे एक संविधान।
सबका साथ सबका विकास, कराएंगे हम एक अभियान।
तीन रंग के तिरंगे को, हम दिलाएंगे सम्मान।
फिर से एक साथ मिलकर, देश को बनाएंगे हम महान।
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