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Women's Day||Hindi Shayari On Women's Day

आदर करो हर महिला की, क्योंकि वह ब्रह्मांड की जन्नी होती हैं। भगवान नहीं होते हैं हर जगह, इसलिए वह माँ,बहन, बेटी के रुप में होते हैं। महिला चाहे जैसे भी हों, वह माँ, बहन , बेटी  के ही रुप होती हैं। भले वह मेरी माँ नहीं है, पर वह किसी की सगी माँ जरूर होती  हैं।

जब किसी को उसके Lover से शादी हो जाए, तो क्या हाल हो जाता है।🤣😂😅

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जब किसी को प्यार होता हैं तो उसे बहुत शांति और शुकुन मिलता हैं। जब उसी से शादी हो जाए तो उसके बाद उसे  बहुत अफशोस होता हैं - मेरी गर्लफ्रेंड्स  लगती हैं हुश्न की पड़ी। दीन मे तो छोड़, सपने में भी लगती हैं बहुत ही प्यारी। और जबसे शादी हुई हैं हमारी, सपने को छोड़ो यार , दिन मे भी सीर दर्द होती हैं हमारी। शादी के वक्त पति पत्नी शात फेर लेते हैं और एक दुसरे से वादा करते हैं कि सात जन्मों तक हम एक दूसरे से बेपनाह प्यार करेंगे सात जन्मों का वादा दिए हैं, तो सात जन्मों तक प्यार निभाएंगे। अगर किसी और की तरह नजर उठाकर देखेंगे तो, तो वेलन और झाडू से मार खाएंगे। आज के लड़की बहुत चालू हो गयीं हैं। जल्दी वह झुठे बातो मे नहीं आती हैं.. मेरा दोस्त अपने गर्लफ्रेंड्स से कहता हैं कि तुम मेरी जान हों, तुम मेरी आन हो। एक बार तुम हाँ कर दे, तेरे लिए ये चाँद तारे भी तोड़कर ला दू। तो वह लड़की कहती हैं .. झूठा वादा मत कर मुझसे मै नहीं आऊगी तेरे बहकावे में ये कोई तेरे बाप का चाँद तारे नहीं है।.।.

Creative writer amarjeet||Creative writer amarjeet pic||Amarjeet kumar ||

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||Rakshabandhan Hindi Shayari||रक्षाबंधन पर शायरी Bhai Bahan per Best Hindi Shayari||Creative writer Amarjeet||

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चाँद सी प्यारी हैं मेरी बहना, मेरे घर की शान  हैं बहना। भले मुझसे लड़ते रहती हैं बहना। फिर भी मेरे दिल की धड़कन हैं बहना। ज़िन्दगी जीना थोड़ा हो जाता हैं मुश्किल, जब दूर चली जाती हैं बहना । वो क्या जाने , क्या होती हैं बहना। जिसके पास नहीं हैं कोई बहना। इसलिए कद्र करो हर लड़की को, चाहे वह हों किसी और की बहना।

15 अगस्त पर बहुत बढ़िया कविता और शायरी ||Best Specch On 15th August in Hindi-English||

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मैं  कुछ पंक्तियाँ अपने देश के सभी विरसपूतो ,सिपाही और अपने देशवाशियो को समर्पित करता हूँ  -  कहते हैं कि  -  भारत माँ की आंचल  में , कभी स्वर्ग हुआ करता था।  कभी शांति  प्रतीक, हमारा देश हुआ करता  था |  भले आज हम आपस में लड़ रहे हैं |  लेकिन कभी सोने की चिड़िया,  हमारा  देश हुआ करता था।  हमारा देश पुरे वर्ल्ड में सबसे सुन्दर , प्यारा और लोकतंत्र देश हैं | जहाँ  सभी धर्म के लोग अपने धर्म के अनुसार रह सकते हैं , जी सकते हैं | इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अर्ज  किया हूँ   -  हम उस देश के वाशी हैं , जिस देश में भगत सिंह , चंद्रशेकर आजाद  और  शिवजी जैसे महापुरुष जन्म लेते हैं।   जो अपने  देश के खातिर , हँसते - हँसते अपनी जान तक दे देते हैं।  हम उस देश के वाशी हैं , जहाँ  सभी सभी धर्म  लोग हैं।  भारत माँ की  आँचल में ,  हम सभी लोग प्यार से रहते हैं।  जिस देश के मिट्टी  में , विरसपूत जन्म लेते हैं।...

||Hindi Best Love Story Shayari For status||Hindi Shayari For status||Creative writer amarjeet kumar|₹

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||Hindi Best Love Story Shayari||Whatsapp Status Hindi Shayari||Heart Touching Love Story Shayari||

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||Hindi Best Shayari||Amarjeet Kumar||Madhuri Dixit||

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भगवान महावीर की जीवनी ||Biography of Mahavir In Hindi|| Bhagwan Mahavir ki jivani Hindi Me||

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  महावीर स्वामी जी जैन धर्म के 24 वे  तीर्थकर है। जैन साहित्य के अनुसार जैन धर्म आर्यों के वैदिक धर्म से भी पुराना है। जैन धर्म के विद्वान महात्माओं को ‘तीर्थकर’ कहा जाता था। ऐसा माना जाता है कि महावीर स्वामी से पहले 23 जैन तीर्थकर कर हुए थे। पहले तीर्थकर ऋषभदेव और 23वें तीर्थंकर पार्श्वनाथ थे। जिस युग में हिंसा, पशुबलि, जाति-पाँति के भेदभाव का बोलबाला था उसी युग में भगवान महावीर ने जन्म लिया। उन्होंने दुनिया को सत्य, अहिंसा जैसे खास उपदेशों के माध्यम से सही राह दिखाने की ‍कोशिश की। अपने अनेक प्रवचनों से मनुष्यों का सही मार्गदर्शन किया। 30 वर्ष की आयु में महावीर ने संसार से विरक्त होकर राज वैभव का त्याग किया और सन्यास धारण आत्मकल्याण के पद पर निकल गए। प्रारंभिक जीवन : -  जन्म  -  महावीर स्वामी का   जन्म 599 ई.पू .वैशाली (बिहार) के निकट कुण्डग्राम में क्षत्रिय परिवार में हुआ था। उनका बचपन का नाम वर्धमान था।  लेकिन जैन साहित्य में उन्हें  ‘महावीर’ और ‘जिन’   नाम से भी पुकारा गया है।   पिता का नाम  सिद्धा...

||डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जीवनी||Biography of Dr.Babasaheb Ambedkar||

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                                    दलितों के मसीहा, सामाजिक समानता के लिए संघर्षशील, समाज सुधारक, एक स्वतंत्र भारत के प्रथम विधि एव न्याय मंत्री , एवं भारतीय संविधान के जनक  , एवं   गणराज्य के निर्माता    बाबा साहेब डॉ0 भीमराव  आंबेडकर    का जन्म 14 अप्रैल, 1891 को मध्यप्रदेश में इंदौर के पास महू छावनी में हुआ. इनके बचपन का नाम भीम सकपाल था. घर वाले प्यार से उन्हें भीवा भी कहते थे।  उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमा बाई थे।   अंबेडकर   13  बहन - भाई   थे, वे सभी अम्बेडकर से बड़े थे। भीमराव अपने माता-पिता की चौदहवीं संतान थे। उन  सभी में से 3 भाई और 2 बहन ही बचे थे।   डॉ॰ बाबासाहेब आम्बेडकर  के एक ही पुत्र यशवंत आंबेडकर हैं (उनके अन्य चार बच्चो की मृत्यू बचपन में ही हो गई थी)। आम्बेडकर ने दो शादियाँ की, उनकी पहली पत्नी  तथा दुसरी पत्नी डॉ॰ सविता अंबेडकर थी।  उनका परिवार कबीर पं...