मैं कुछ पंक्तियाँ अपने देश के सभी विरसपूतो ,सिपाही और अपने देशवाशियो को समर्पित करता हूँ - कहते हैं कि - भारत माँ की आंचल में , कभी स्वर्ग हुआ करता था। कभी शांति प्रतीक, हमारा देश हुआ करता था | भले आज हम आपस में लड़ रहे हैं | लेकिन कभी सोने की चिड़िया, हमारा देश हुआ करता था। हमारा देश पुरे वर्ल्ड में सबसे सुन्दर , प्यारा और लोकतंत्र देश हैं | जहाँ सभी धर्म के लोग अपने धर्म के अनुसार रह सकते हैं , जी सकते हैं | इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए अर्ज किया हूँ - हम उस देश के वाशी हैं , जिस देश में भगत सिंह , चंद्रशेकर आजाद और शिवजी जैसे महापुरुष जन्म लेते हैं। जो अपने देश के खातिर , हँसते - हँसते अपनी जान तक दे देते हैं। हम उस देश के वाशी हैं , जहाँ सभी सभी धर्म लोग हैं। भारत माँ की आँचल में , हम सभी लोग प्यार से रहते हैं। जिस देश के मिट्टी में , विरसपूत जन्म लेते हैं।...